भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई को केवल “रोक” दिया है और किसी भी हमले का “अपनी शर्तों पर प्रतिशोध” लेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की हर हरकत पर भारत की नजर है।
सीजफायर के बाद मोदी का पहला बयान
शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच एक सीजफायर की घोषणा के बाद, मोदी ने पहली बार इस तनाव पर प्रतिक्रिया दी। दोनों देशों के बीच शनिवार को एक दूसरे के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों और हवाई ठिकानों पर मिसाइल हमले हुए थे। मोदी ने कहा कि वह पाकिस्तान की हर गतिविधि पर निगरानी रख रहे हैं और इस स्थिति को पूरी गंभीरता से देख रहे हैं।
भारत की प्रतिक्रिया और पाकिस्तान का पहला कदम
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान पर हमला किया था, जो कि अप्रैल में भारतीय-कश्मीर में हुए एक हमले का प्रतिशोध था, जिसे भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों का काम बताया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच ड्रोन और मिसाइल हमले तेज हो गए थे, और कश्मीर सीमा पर भारी गोलाबारी हो रही थी।
अमेरिका का मध्यस्थता में अहम योगदान
डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध की आशंका को टाला गया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस को सीजफायर के लिए मध्यस्थता करने का श्रेय दिया गया।
न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को नकारते हुए मोदी की चेतावनी
मोदी ने अपने भाषण में कहा कि अगर भविष्य में पाकिस्तान से कोई संघर्ष होता है, तो भारत “न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग” को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत का रुख स्पष्ट है कि पाकिस्तान से बात केवल आतंकवाद और पाकिस्तान-व्याप्त कश्मीर के मुद्दे पर होगी।
आगे की बातचीत: तीसरे देश में संवाद की संभावना
सीजफायर के बाद पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में होने वाली बातचीत तीसरे देश में होगी, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को एक संभावित स्थल के रूप में माना जा रहा है।
सीजफायर के बाद का हाल
सोमवार तक, यह प्रतीत हो रहा था कि सीजफायर प्रभावी रहेगा। जम्मू और कश्मीर सहित सीमा पर, जहां पहले भारी गोलाबारी हो रही थी, अब स्थिति शांत थी। भारत ने 32 हवाई अड्डों को फिर से खोल दिया था, जिन्हें सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण बंद कर दिया गया था।
सुरक्षा स्थिति: बॉर्डर पर शांति
भारतीय सेना ने रविवार रात को बयान जारी किया कि जम्मू और कश्मीर में रात शांतिपूर्वक रही और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के अन्य क्षेत्रों में भी स्थिति सामान्य रही। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच एक फोन कॉल के बाद यह सहमति बनी कि सीमा पर सैनिकों की संख्या को कम किया जाएगा।